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Description

Gaudhan Dhoop:-

देसी गाय के गोबर को आधार बनाकर तैयार की गई अगरबत्ती लोगों क आत्मिक शुद्धि का काम करेगी। चंदन के पाउडर और देसी घी को मिलाकर तैयार की जा रही इस अगरबत्ती को अब बड़े स्तर पर लोगों तक पहुंचाने की बात हो रही है। फिलहाल इसे बेचकर कमाई करने की सोच नहीं है। मगर इसका फायदा देश भर के उन सभी लोगों तक पहुंचाने का है जो वर्तमान में अगरबत्ती या धूप से पूजा स्थल पर किसी भी तरह का कालिख से भी छुटकारा रहता है। पिछले कुछ समय से खास ट्रेनिंग के बाद गौ गोबर की इस अगरबत्ती को इलाके के लोगों तक पहुंचाकर इसे प्रयोग करने की आदत डालना है।
अब देसी गाय के गोबर की अगरबत्ती तैयार करने की सोच के पीछे यह भी एक बड़ा कारण है कि गौ माता का महत्व लोगों में और ‘यादा बढ़े। अंग्रेजी दवाइयों के इलाज से उब रहे लोगों के लिए कई तरह के प्रोडक्ट तैयार करने की दिशा में काम कर रही

गुग्गुल की धूप : गुग्गुल का उपयोग सुगंध, इत्र व औषधि में भी किया जाता है। इसकी महक मीठी होती है और आग में डालने पर वह स्थान सुंगध से भर जाता है। गुग्गल की सुगंध से जहां आपके मस्तिष्क का दर्द और उससे संबंधित रोगों का नाश होगा वहीं इसे दिल के दर्द में भी लाभदायक माना गया है।

गुड़-घी की धूप : इसे अग्निहोत्र सुगंध भी कह सकते हैं। गुरुवार और रविवार को गुड़ और घी मिलाकर उसे कंडे पर जलाएं। चाहे तो इसमें पके चावल भी मिला सकते हैं। इससे जो सुगंधित वातावरण निर्मित होगा, वह आपके मन और मस्तिष्क के तनाव को शांत कर देगा।

* कर्पूर और लौंग
 : रोज़ाना सुबह और शाम घर में कर्पूर और लौंग जरूर जलाएं। आरती या प्रार्थना के बाद कर्पूर जलाकर उसकी आरती लेनी चाहिए। इससे घर के वास्तुदोष ख़त्म होते हैं। साथ ही पैसों की कमी नहीं होती।

* लोबान की धूप : लोबान को सुलगते हुए कंडे या अंगारे पर रख कर जलाया जाता है। लोबान का इस्तेमाल अक्सर दर्गाह जैसी जगह पर होता है। लोबान को जलाने के नियम होते हैं। इसको जलाने से पारलौकिक शक्तियां आकर्षित होती है। अत: लोबान को घर में जलाने से पहले किसी विशेषज्ञ से पूछकर जलाएं। गुरुवार के दिन किसी समाधि विशेष पर लोबान जलाने से पारलौकिक मदद मिलना शुरू हो जाती है।

Additional information

Weight 1.00 kg